आईपीएल 2025 का रोमांच अभी-अभी खत्म हुआ ही है और अब जल्द ही भारत-इंग्लैंड के बीच टेस्ट क्रिकेट का एक्शन शुरू होने जा रहा है. दोनों देशों के बीच 20 जून से 5 टेस्ट मैच की सीरीज शुरू हो रही है. इस सीरीज का फैंस को बेसब्री से इंतजार है क्योंकि पिछले एक दशक में पहली बार टीम इंडिया में रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गज नहीं होंगे. ऐसे में ये सीरीज एक नये दौर की शुरुआत जैसी होगी. मगर इस सीरीज को और भी खास बनाने जा रहे हैं सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन, जो अब इस सीरीज की पहचान बन गए हैं.

तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के लिए टक्कर

20 जून से शुरू होने वाली इस बहुप्रतीक्षित टेस्ट सीरीज से पहले एक बड़ी खबर सामने आई है. भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज अब दोनों देशों के दो महान खिलाड़ियों के नाम पर होगी. रिपोर्ट में बताया गया है कि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने इस टेस्ट सीरीज में विजेता को मिलने वाली ट्रॉफी को पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के नाम पर रखने का फैसला किया है.जानकारी के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में इस ट्रॉफी से पर्दा हट जाएगा, जिसे तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी कहा जाएगा.

लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर 20 जून से सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेला जाएगा और उस वक्त इस ट्रॉफी को पेश किया जा सकता है. हालांकि, इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने अभी तक इसका ऐलान नहीं किया है लेकिन अगले कुछ दिनों में वो इसे आधिकारिक कर देगा. उम्मीद की जा सकती है कि ट्रॉफी के अनावरण के दौरान तेंदुलकर और एंंडरसन मौजूद रहेंगे. साथ ही सीरीज जीतने वाली टीम को ट्रॉफी भी इन दोनों दिग्गजों के हाथों से दिए जाने की उम्मीद फैंस को रहेगी.

BCCI भी बदलेगी ट्रॉफी का नाम?

हालांकि, फिलहाल ये साफ नहीं है कि क्या इस ट्रॉफी को दोनों देशों में खेली जाने वाली सीरीज में ही इस्तेमाल किया जाएगा या नहीं. इस दौरे से पहले तक दोनों टीम के बीच इंग्लैंड में खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज को पदौदी ट्रॉफी के लिए खेला जाता था. इस ट्रॉफी की शुरुआत इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की ओर से की गई थी. हालांकि, ECB ने कुछ महीने पहले ही पटौदी परिवार को बता दिया था कि वो आगे इस ट्रॉफी को जारी नहीं रखेंगे. इसके बाद ही अब इसे नए दिग्गजों के नाम पर रखा जाएगा. दूसरी ओर भारत में खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज की विजेता को एंथनी डिमेलो ट्रॉफी मिलती है. अब देखना ये है कि क्या ECB और BCCI मिलकर इस पूरी सीरीज को एक ही ट्रॉफी के नाम पर करते हैं या नहीं.