उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में सम्पत्ति विवाद की वजह से एक शख्स को उसकी पत्नी और बेटे ने ही जान से मार दिया. पुलिस ने आरोपी पत्नी और बेटे को गिरफ्तार कर लिया है. ये पूरा मामला बिजनौर के मंडावर थाने के मौहल्ला शाह विलायत का है. यहां रहने वाले हिफजान अहमद ने 20 मई को पुलिस को अपने चाचा शहजाद अहमद की मौत को सूचना दी. उन्होंने पुलिस से कहा कि अचानक 19 मई की रात को उनके चाचा की मौत हो गई, लेकिन उनको लगता है कि उनके चाचा की स्वभाविक मौत नहीं हुई है.

इस सूचना पर मंडावर पुलिस शहजाद अहमद के घर पहुंची. पुलिस ने परिवार वालों से शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा. इसपर मृत शहजाद अहमद के बेटे अम्मार और हम्माद के अलावा दो-तीन अन्य लोगों ने पोस्टमार्टम कराने पर आपत्ति जताई, लेकिन पुलिस की सख्ती के सामने उनकी एक न चली. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि शहजाद अहमद की मौत दम घुटने से हुई. साथ ही उनके शरीर पर कई जगह चोट के निशान भी पाए गए.

पुलिस ने की पत्नी और दोनों बेटों से पूछताछ

पुलिस ने मृतक शहजाद अहमद की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उसकी पत्नी शगुफ्ता परवीन और बेटों अम्मार और हम्माद से अलग अलग पूछताछ की. पुलिस ने तीनों की बातो में विरोधाभास पाया. अम्मार ने पुलिस को बताया कि वो दिल्ली गया हुआ था. 20 मई को अब्बु की मौत की सूचना मिलने पर आया था. इसके बाद पुलिस ने आस पास के घरों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग चैक की.

पिता से थी बोलचाल बंद

इसमें पुलिस ने पाया कि 19 मई की रात साढ़े नौ बजे अम्मार अपने घर की ओर जा रहा था, जबकि उसने पुलिस को ये बताया था कि वो दिल्ली गया था और 20 मई को आया था. इसके बाद पुलिस ने अम्मार से सख्ती से पूछताछ की. तब अम्मार टूट गया. उसने पुलिस को बताया कि उसके अब्बु अपनी सम्पत्ति बेचना चाहते थे, उन्होंने पुश्तैनी जमीन से हमें बेदखल करने का अखबार में इश्तेहार भी छपवाया था. इस वजह से आपस में बोलचाल भी बंद हो गई थी.

दोनों भाइयो में संपत्ति बाटने को समझाया

अम्मार ने बताया कि कई दिनों से वो अपनी मां के साथ अपने अब्बु को समझाकर संपत्ति दोनों भाइयों के नाम करने की मांग कर रहा था, लेकिन अब्बु सारी जायदाद किसी और को ही देना चाहते थे. 17 मई को भी मां और मैंने अब्बु को समझाया, लेकिन उन्होंने साफ कह दिया कि वह इसी महीने प्रोपर्टी का बैनामा कर देगें. इस पर आपस में काफी कहासुनी हुई थी और वो रात को ही दिल्ली चला गया था. 19 मई की रात साढ़े नौ बजे वह दिल्ली से फिर अपने घर पहुंचा.

मां और बेटे ने ऐसे किया कत्ल

उसने बताया कि इसके बाद रात को 11 बजे मैंने अपने अब्बु को प्रोपर्टी अपने और अपने भाई के नाम करने को लेकर समझाना चाहा, जिसपर उसके अब्बु ने साफ मना करते हुए उसे और उसकी मां को लालची कहते हुए दुत्कारा और हाथापाई भी की. इससे आवेश मे आकर उसने और उसकी मां ने अब्बु को चारपाई पर पटक दिया. फिर दोनों ने उनके मूंह पर तकिया और कंबल रख कर दबा दिया, जिससे उनकी मौत हो गई. उसके बाद उन्हें कम्बल उढ़ा दिया और चारपाई पर मच्छरदानी लगा दी.

बिजनौर एसएसपी ने क्या बताया

पुलिस ने अम्मार के बयान के अनुसार तकिया कंबल जब्त करके उसको और उसकी मां शगुफ्ता परवीन को गिरफ्तार कर लिया. वहीं इस पूरे मामले में बिजनौर पुलिस एसएसपी अभिषेक झा ने बताया कि सम्पत्ति विवाद में हुई शहजाद अहमद की हत्या में उनके बेटे अम्मार और पत्नी शगुफ्ता परवीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले की जांच जारी है. दूसरे बेटे हम्माद और सलीम नाम के एक अन्य शख्स की गतिविधियों की भी जांच की जा रही है. कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा.